खेल से अधिक, किस्मत के सहारे प्लेऑफ़ में जगह बनाने वाली सनराइजर्स हैदराबाद IPL 12 के एलिमिनेटर मुकाबले में विशाखापट्नम के डॉक्टर वाई एस राजशेखर रेड्डी मैदान पर 8 मई को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मुकाबले के लिए उतरेगी। दिल्ली 7 साल के लंबे इंतजार के बाद प्लेऑफ़ तक आई है। वहीं हैदराबाद पिछले सीजन की उप विजेता रही थी।
इन दोनों के बीच यह इस सीजन की तीसरी भिड़ंत होगी। पहले के 2 मैच में से दोनो के हांथ 1 – 1 मैच लगा था। दोनो ही टीम के लिए टूर्नामेंट में आगे बढ़ने का यह अंतिम मौका होगा। हारने वाली टीम बाहर हो जाएगी। जबकि जितने वाली टीम क्वालीफायर 1 की विजेता से भिड़ेगी। यह मैच भी 8 की बजाय शाम 7:30 से ही खेला जाएगा।
दिल्ली कैपिटल्स (DC)image source
नए रंग रूप के साथ इस सीजन उतरने वाले DC की किस्मत भी आखिरकार लंबे इंतजार के बाद बदल ही गयी। टीम प्लेऑफ़ तक आने में कामयाब रही। टीम का प्रदर्शन लीग स्तर में काफी बेहतरीन रहा था। इसने भी MI और CSK की तरह 9 मैच जीत कर 18 अंक जोड़े। लेकिन कम रेट का नुकसान दिल्ली को उठाना पड़ा। अर्से बाद प्लेऑफ़ में उतरी दिल्ली कप जीतने के इस सुनहरे मौके से बिल्कुल भी नही भटकना चाहेगी।
- दिल्ली की बल्लेबाजी
जब DC SRH के खिलाफ सीज़न के 16वें और 30वें मैच में मिली थी, तब बल्लेबाज़ी खास नही रह पाई थी। पहले मुकाबले में दिल्ली केवल 129 रन बना पाया था। उसमें श्रेयस अय्यर 41 गेंद में 43 रन, के अलावा कोई भी बल्लेबाज नही टिक पाया था। दूसरे मैच में फिर से अय्यर 45 और कॉलिन मुनरो 40 ने ही पारी संभालते हुए 155 रन बनाए थे। इसमें टीम 39 रन से जीत गयी थी।
दिल्ली के प्रमुख बल्लेबाज पर नज़र डालें तो ओपनर पृथ्वी शॉ एक 99 रन की पारी के अलावा खास नही कर पाए हैं। 14 मैच में इनके नाम 292 रन है। शिखर धवन इस सीजन दमदार साबित हुए हैं। इनके बल्ले से 14 मैच में 486 रन आ चुके हैं। इसके अलावा अय्यर भी 442 रन बना चुके हैं। पिछले मैच में मुश्किल परिस्थिति में 53 रन बना कर टीम को जीत दिलाने वाले ऋषभ पंत भी 14 मैच में 401 रन बना कर बेहतरीन लय में हैं। ये तीनों पर टीम काफी निर्भर करेगी। कॉलिन इंग्राम का लय ज़रूर चिंता का विषय है।
- दिल्ली की गेंदबाजी
चोट के कारण अपने प्रमुख गेंदबाज़ कागिसो रबाडा की गैरमौजूदगी में जिस तरह से इशांत शर्मा ने गेंदबाज़ी की है, वह लाजवाब रहा है। इशांत इस सीजन बेहतरीन लय में दिखे हैं। इन्होंने 11 मैच में 10 विकेट लिए हैं। लेकिन रन केवल 7.66 के औसत से दिए हैं। इनके अलावा अमित मिश्रा, अक्षर पटेल और कीमो पॉल ने बेहतरीन गेंदबाज़ी की है। बोल्ट भी बेहतर साबित हुए हैं।
सनराइजर्स हैदराबाद (SRH)image source
SRH इस सीज़न की सबसे भाग्यशाली टीम साबित हुई है। जहां ऊपर की तीन टीम 18 – 18 अंक ले कर प्लेऑफ़ में आई है। वहीं SRH केवल 12 अंक ले कर बेहतर रन रेट के साथ प्लेऑफ़ में पहुँच गयी। 8 हार और 6 जीत के साथ SRH प्लेऑफ़ तक आने के बाद अब किसी भी गलती से बचेगी और पिछले साल कप जीतने की कसक को पूरा करने की तरफ एक कदम और बढ़ाना चाहेगी।
- हैदराबाद की बल्लेबाजी
पिछली बार टीम जॉनी बेयरस्टो के कारण जीत दर्ज करने में सफल रही थी। लेकिन उसके बाद वाले मैच में वार्नर के 51 रन के बाद भी टीम केवल 116 पर सिमट गई थी। टीम के लिए मुश्किल है कि इसके दोनो बल्लेबाज, जो कि DC के खिलाफ चले थे, अब इसके साथ नही हैं। इनकी गैरमौजूदगी में बेहतर प्रदर्शन करना एक बड़ी चुनौती रहेगी।
पिछले 5 में से केवल 1 ही मैच हैदराबाद जीती है। पिछले मैच में इसे RCB के हांथो हार मिली थी। उ मैच में अच्छी बात यह रही थी कि लंबे समय से फ्लॉप चल रहे विलयमसन ने 43 गेंद में 70 रन कि बेहतरीन पारी खेली थी। ये फिर से महत्वपूर्ण रहेंगे। इसके अलावा पिछले कई मैंचों में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले मनीष पांडे पर काफी कुछ निर्भर करेगा।
इसके अलावा ओपनर रिद्धिमान साहा और गुप्टिल ने अच्छी शुरुआत दिलवाई है, लेकिन कोई लंबी पारी नही खेल सके हैं। वह इस कमी को इस महत्वपूर्ण मैच में दूर करना चाहेंगे। टीम के लिए यूसुफ पठान और विजय शंकर का फॉर्म चिंता का विषय है। दोनो लंबे समय से कुछ खास नही कर पाए हैं। लेकिन मोहम्मद नबी ने ज़िम्मेदारी से खेली है।
- हैदराबाद की गेंदबाजी
हैदराबाद अपनी गेंदबाज़ी के कारण ही जानी जाती रही है। अब वह भी अच्छी लय में दिख रहे हैं। इस मैच में मोहम्मद नबी, राशिद खान खतरनाक साबीत हो सकते हैं। इसके अलावा टीम एक और स्पिनर के साथ उतर सकती है। तेज़ गेंदबाज़ी में भुवनेश्वर कुमार के साथ खलील अहमद शानदार रहे हैं। खलील 8 मैच में ही 17 विकेट चटका चुके हैं। ये फिर खतरनाक साबित हो सकते हैं।
दिल्ली – हैदराबाद का आमना सामना
दोनो के अब तक के आंकड़ो को देखें तो अब तक हुए 14 मैचों में से सिर्फ 5 दिल्ली ने बाकी 9 हैदराबाद ने जीते हैं। दिल्ली के मैदान पर भी 5 में से 4 हैदराबाद ने ही जीते हैं। विशाखापट्नम के मैदान की बात करें तो दोनों के बीच यहां केवल एक मुकाबला हुआ है। वह दिल्ली के नाम रहा था। आंकड़ो में भले ही दिल्ली पीछे दिख रही हो, लेकिन इस साल इसका प्रदर्शन SRH से कहीं आगे रहा है। इस मैच में भी दिल्ली भाड़ी पर सकती है।