MI vs CSK Final Match Prediction in Hindi : IPL के लीग और प्लेऑफ स्टेज के रोमांच के बाद अब टूर्नामेंट के इस सीजन के अंतिम मुक़ाबले में अब तक की दो सबसे बेहतरीन टीम साबित हुई मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स रविवार, 12 मई को हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में भिड़ेगी। दोनो के बीच यह इस सीजन चौथी भिड़ंत होगी। इससे पहले दोनो टीम 2 बार लीग स्टेज में और 1 बार क्वालीफायर में भीड़ चुकी है।
पिछले तीनों ही भिड़ंत में मुंबई इंडियंस ही भारी रही है। अब जब 3 – 3 बार की आईपीएल चैंपियन चेन्नई और मुंबई भिड़ेगी तो चेन्नई पिछली तीनों हार का हिसाब बराबर करने की कोशिश करेगी।
मुंबई इंडियंस (MI)
मुंबई इंडियंस के लिए टूर्नामेंट बेहद ही शानदार गुज़रा है। खास कर चेन्नई के सामने मुंबई और भी निखर कर सामने आई है। इस सीजन 3 बार दोनो भिड़े हैं, और दोनो ही बार मैच मुंबई के हाथ लगी है। ऐसे में मुंबई फिर से जीत के सिलसिले को बरकरार रखते हुए फाइनल अपने नाम करना चाहेगी।
- मुंबई की बल्लेबाजी
मुंबई की बल्लेबाजी इस सीजन भी कमाल की रही है। जब भी टीम को ज़रूरत हुई है, किसी न किसी खिलाड़ी ने आगे बढ़ कर ज़िम्मेदारी अपने कंधों पर उठाई है। चेन्नई के खिलाफ क्वालीफायर 1 में जब ओपनर रोहित और डी कॉक सस्ते में निपट गए थे तब सूर्यकुमार यादव ने लाजवाब पारी खेली थी। रोहित उस मैच में केवल 4 रन बना पाए थे। लेकिन टूर्नामेंट में रोहित 15 मैच में 394 रन बना चुके हैं। वहीं रहित का बल्ला भी मुंबई के खिलाफ भी खूब चला है। रोहित अब तक CSK के खिलाफ 635 रन बना चुके हैं।
दूसरी ओर डी कॉक भी बेहतरीन फॉर्म में हैं। ये भी 15 मैच में 500 रन बना चुके हैं। पिछले मैच में भले ही ये सस्ते में निपटे हों, लेकिन बड़ी पारी बड़े मौकों पर ये खेलना जानते हैं। इसके अलावा टीम की सबसे बड़ी ताकत सूर्यकुमार यादव साबित हुए है। ये चेन्नई के खिलाफ इस सीजन 3 मैचों में 2 अर्धशतक लगा चुके है। पिछले ही मैच में 71 रन बना कर टीम को जीत दिलवाई थी। ये फिर से कमाल कर सकते हैं।
इन सब के अलावा टीम में हार्दिक हार्दिक पांड्या के रूप में ब्रह्मास्त्र मौजूद है। टीम को कई मैच ये जीता चुके हैं। साथ ही पोलार्ड का भी बल्ला चेन्नई के खिलाफ अच्छा चलता है। करुणाल भी उपयोगी साबित हो सकते हैं।
- मुंबई की गेंदबाजी
हैदराबाद की विकेट पर बड़े स्कोर बनते हैं। ऐसे में गेंदबाज़ी थोड़ी चुनौती भड़ी रहेगी। फिर भी देखें तो पिछले मुकाबलो में राहुल चहर 4 ओवर में 14 रन ही खर्च किया था। टीम में बुमराह, मलिंगा की जोड़ी कमाल गेंदबाज़ी करती आई है। वैसे भी चेन्नई के सामने मलिंगा अब तक सबसे सफल गेंदबाज भी साबित हुए हैं। हार्दिक और करुणाल पण्ड्या भी अच्छी गेंदबाज़ी कर रहे हैं।
चेन्नई सुपर किंग्स (CSK)
चेन्नई सुपर किंग्स भी इस साल हमेशा की ही तरह लाजवाब रही है। हालांकि इस सीजन 3 हार मुंबई के हांथो झेलने वाली चेन्नई के लिए इस बार पार पाना बड़ी चुनौती रहेगी। पहले क्वालीफायर में हार के बाद भी दिल्ली को पीटते हुए चेन्नई 8वीं बार फाइनल में जाने में सफल रही है। अब टीम की कोशिश चौथी बार ट्रॉफी जीतने की कोशिश करेगी।
- चेन्नई की बल्लेबाजी
अब तक मुंबई के सामने इनके बल्लेबाज खास नही कर पाए हैं। लेकिन बाकी मौकों ओर देखें तो अलग अलग मौकों पर बल्लेबाज़ों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। टीम के लिए सफल बल्लेबाज अब तक प्लेसिस भी रहे हैं। पिछले मैच में 50 रन बनाने वाले प्लेसिस इस सीजन 11 मैच में 370 रन बना चुके हैं। फाइनल में पिछले साल चेन्नई को चैंपियन बनाने में इनकी भूमिका प्रमुख रही थी। ये फिर टीम के लिए खेवनहार बन सकते हैं।
इनके अलावा लंबे समय से फ्लॉप रहने वाले सेन वाटसन ने फिर पिछले मुकाबले में शानदार 50 रन जड़ दिए थे। अगर ये चलते हैं, तो फिर चेन्नई के लिए काफी चीज़े आसान हो जाएगी। सुरेश रैना भी अच्छे फॉर्म में चल रहे हैं। 16 मैच में ये 375 रन बना चुके हैं। वहीं MI के खिलाफ सबसे अधिक 722 रन इन्ही के बल्ले से आए हैं। इसके अलावा टीम में रायुडू भी पिछले 2 मैच धीमी ही सही लेकिन उपयोगी योगदान करने में सफल रहे हैं। धोनी इस साल 11 पारीयों में 414 रन बनाए हैं। निचले क्रम में जडेजा और ब्रावो का भी विकल्प मौजूद है।
- चेन्नई की गेंदबाजी
अगर आज चेन्नई 8वीं बार फाइनल में जगह बनाने में सफल हुआ है, तो इसकी बड़ी वजह इसकी बेहतरीन गेंदबाज़ी ही है। 16 मैच में 19 विकेट ले चुके दीपक चहर लगभग प्रत्येक मैच में टीम को शुरुआती विकेट दिला रहे हैं। इसके अलावा इमरान ताहिर, जडेजा और हरभजन की स्पिन भी बेहतरीन रही है। ब्रावो भी पिछले मैच में 2 विकेट लेने में सफल रहे थे।
मुंबई – चेन्नई का आमना सामना
दोनो के बीच 29 मैच हो चुके हैं, लेकिन इनमें चेन्नई 12 में ही जीत सकी है। MI ने 17 मैच अपने नाम किए हैं। इन दोनों के बीच पिछले 5 में से लास्ट 4 मैच मुंबई के ही नाम रहे हैं। अन्य आंकड़ो की बात करे तो दोनो टीम चौथी बार फाइनल में एक दूसरे के खिलाफ खेले गी। इससे पहले 2015, 2013 और 2010 में दोनो टीम फाइनल में टकराई थी। इनमें से केवल 2010 में चेन्नई जीती थी।
इन आंकड़ो को देखें तो मुंबई काफी आगे नज़र आती है। वैसे भी 2013 से प्रत्येक दूसरे साल कप MI के ही नाम रहा है। ऐसे में 2019 में फिर MI दावेदार नज़र आती है। लेकिन चेन्नई भी अब किसी प्रकार से कमज़ोर नज़र नही आती है। ऐसे में दोनो के बीच एक दिलचस्प फाइनल मुकाबला देखने को मिल सकता है।
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