शुक्रवार, 10 मई को विशाखापट्नम के डॉक्टर वाई एस राजशेखर रेड्डी स्टेडियम में शाम 7:30 से IPL 12 का दूसरा क्वालीफायर मुकाबला खेला जाएगा। इस मैच में जितने वाली टीम फाइनल में पहुंच जाएगी। इस मैच में उतर रही टीमें, क्वालीफायर 1 में MI के हांथो हार झेलने वाली CSK और दूसरी टीम एलिमिनेटर मुकाबले में SRH को हराने वाली दिल्ली कैपिटल्स होगी।
चेन्नई सुपर किंग्स (CSK)
चेन्नई का प्रदर्शन एक बार फिर हमेशा की तरह इस साल भी लीग स्तर में लाजवाब रहा। वहां चेन्नई ने 14 में से 9 मैच में जीत दर्ज करते हुए पॉइंट टेबल में दूसरे नंबर पर रहते हुए लगातार 10वीं बार प्लेऑफ़ में जगह बनाने में सफल रहा था। हालांकि जब टीम पहले प्लेऑफ़ में MI के खिलाफ उतरी तो इसे MI के हाथों लगातार इस सीजन की तीसरी हार मिल गई।
इस कारण टीम 8वीं बार फाइनल में जगह नही बना पाई। अब चेन्नई के पास फाइनल में जाने के यह अंतिम मौका होगा। टीम इस मौके को अब नही गंवाना चाहेंगे।। बता दें कि दिल्ली के खिलाफ चेन्नई की यह सीज़न की तीसरी भिड़ंत होगी। इससे पहले के दोनो मुकाबले चेन्नई ने शानदार ढंग से अपने नाम किया था।
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चेन्नई की बल्लेबाजी
चेन्नई को लीग स्टेज और प्लेऑफ़ के मुकाबले को मिला कर पिछले 4 में से 3 मैच में हार मिली है। हालांकि इसने अपनी अंतिम जीत दिल्ली के ही खिलाफ दर्ज की थी। अब तक के मुकाबलों पर नज़र डालें तो MI के खिलाफ मैच को छोड़ कर बाकी मौकों पर CSK की अच्छी बल्लेबाज़ी देखने को मिली है। दिल्ली के खिलाफ यह पहली बार सीज़न के 5वें मैच में भिड़ी थी। वहां CSK ने दिल्ली कद 148 के लक्ष्य को 2 गेंद और 6 विकेट बाकी रहते पा लिया था।
उस मुकाबले में चेन्नई की बल्लेबाज़ी पर नज़र डालें तो वाटसन, रैना जाधव और धोनी ने उपयोगी योगदान दिया था। हलांकि टीम के लिए समस्या है कि वाटसन बेहद खराब फॉर्म से गुज़र रहे हैं। जबकि जाधव चोट की वजह से आईपीएल से ही बाहर हो चुके हैं। जब चेन्नई दूसरी बार दिल्ली से 50वें मैच में भिड़ी थी, तब वाटसन 9 गेंद में खाता भी नही खोल पाए थे। लेकिन प्लेसिस और रैना ने 39 और 59 रन की अच्छी पारी खेली थी।
दोनो कुल मिला कर अच्छी लय से गुज़र रहे हैं। प्लेसिस 10 मैच में 320 और रैना 15 मैच में 3 अर्धशतक की मदद से 364 रन बना चुके हैं। उस मुकाबले में मैन ऑफ द मैच रहे धोनी ने 22 गेंद में 44 रन बनाए थे। अब तक धोनी 10 पारियों में 405 रन बना कफ लाजवाब रहे हैं। इनके अलावा जाधव के स्थान पर खेलने वाले मुरली विजय भी अच्छे दिखे हैं। टीम के लिए रायुडू इस साल खास नही कर पाए हैं। ये मात्र 93.55 के स्ट्राइक रेट से रन बनाते हुए 261 रन 15 मैच में जोड़ पाए हैं। इनको छोड़ दें तो टीम के पास निचले क्रम में जडेजा और ब्रावो के रूप में बेहतरीन बल्लेबाज़ी विकल्प भी मौजूद है।
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चेन्नई की गेंदबाजी
पहले मुकाबले में चेन्नई के खिलाफ तो DC 147 रन बनाने में सफल रही थी। तब केवल 6 विकेट गे थे। वहां ब्रावो ने 3 आठ दीपक चहर, जडेजा और ताहिर ने 1 – 1 विकेट लिए थे। लेकिन जब दिल्ली दूसरी बार लीग स्टेज में टकराई तो 99 रन पर निपटते हुए 80 रन से मैच हार गई थी। उस मैच में ताहिर ने 4, जडेजा ने 3 तथा दीपक और हरभजन ने 1 – 1 विकेट लिए थे।
अन्य मैचों में भी देखें तो इन्हीं गेंदबाज़ों ने टीम को जिताया हैं ताहिर 15 मैच में 23 विकेट ले कर लाजवाब फॉर्म से गुज़र रहे हैं। इनके अलावा दीपक चहर 15 मैच में 17 विकेट ले कर बेहतरीन शुरुआत टीम को दिलवाई है। जडेजा भी कमाल रहे हैं। विशाखापट्नम की थोड़ी धीमी विकेट पर चेन्नई के स्पिनर फिर तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं।
दिल्ली कैपिटल्स (DC)
2012 के बाद पहली बार प्लेऑफ़ में जगह बनाने में सफल रहने वाली दिल्ली दूसरी बार क्वालीफायर 2 खेलती नज़र आएगी। इससे पहले वह क्वालीफायर 2 में 2012 में चेन्नई से टकराई थी। वहां भी चेन्नई के हाथो इसे 86 रन से मात मिली थी। अब दिल्ली अर्से बाद फाइनल में जाने के मौकों को नही गंवाना चाहेगी।
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दिल्ली की बल्लेबाजी
दिल्ली भी लीग स्तर में 9 मैच जीतने में सफल रही थी। पिछले 5 में से 4 मुकाबले दिल्ली जीत कर आई है। इसमें इसकी बल्लेबाज़ों का कहीं अधिक योगदान रहा है। पिछले मैच में पृथ्वी शॉ ने भी 56 रन बनाए थे। इसके अलावा शिखर धवन, श्रेयस अय्यर और पंत बेहतरीन लय में चल रही है। 15 मैच में पंत 450 रन ठोक चुके हैं। इन बल्लेबाज़ों के अलावा टीम में कॉलिन मुनरो, शरफेन रदरफोर्ड और अक्षर पटेल के रूप में बेहतरीन विकल्प भी उपलब्ध है।
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दिल्ली की गेंदबाजी
इशांत शर्मा इस सीजन बेहतरीन गेंदबाज़ी कर रहे हैं। ये 12 मैच में 12 विकेट ले कर केवल 7.74 के औसत से रन दिए हैं। अमित मिश्रा भी बेहतरीन गेंदबाज़ी कर रहे हैं। कीमो पॉल भी बेहतरीन गेंदबाज़ी कर रहे हैं। ये भी 7 मैच में 9 विकेट ले चुके हैं। दिल्ली के लिए अक्षर पटेल भी महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।
चेन्नई – दिल्ली का आमना सामना
दोनो के बीच अब तक 20 मैच हुए हैं। इसमें चेन्नई का ही जलवा रहा है। दिल्ली CSK के खिलाफ केवल 6 मैच जीत पाया है। वहीं CSK ने 14 मैच अपने नाम किए हैं। एक बार चेन्नई ने दिल्ली को क्वालीफायर 2 में भी हराया है। इन सब आंकड़ो को देखे तो चेन्नई 8वीं बार फाइनल में जाती दिख ही है। लेकिन दिल्ली को भी हल्के में नही लिया जा सकता है।
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